गंगोला, अनंत
(2019)
सबके लिए शिक्षा : तस्वीर अभी धुँधली है.
Paathshaala Bhitar aur Bahar, 1 (2).
pp. 52-57.
Abstract
‘सबके लि ए शि क्षा’ की संकल्पना दरअसल एक समावेशी समाज की संकल्पना की
आधारभूमि है। यह शि क्षा की उपलब्ध संकल्पना का वि स्ता र भर नहीं है। इसलि ए इस बात
पर वि चार करना ज़रूरी है कि शि क्षा के सन्दर्भ में उपलब्ध मौजूदा मान्यताएँ, प्रक्रिय ाएँ और
संसाधन क्या ‘सबके लि ए शि क्षा’ के संकल्प को साकार करने के लि ए पर्याप्त हैं या इनमें
आधारभूत बदलाव की ज़रूरत है? अनंत गंगोला का यह आलेख इस सन्दर्भ में हमारे बुनिय ादी
कदम, सरोकारों और बदलते सन्दर्भ की ज़रूरतों का वि श्ले षण करता है। सं.
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